अपने जन्म स्थान कश्मीर से बहुत दूर मुंबई के एक महंगे अपार्टमेंट में लाली एक कुक और उसका पति लुत्फी, एक सिक्योरिटी गार्ड है। लंबे दिन ख़त्म होते हैं आइस क्रीम खाने से, एक ही कप में दो चम्मच डालकर – जब तक अचानक लुत्फी उसे धोखा देकर, उसके दिल और सपनों को तोड़कर चला नहीं जाता। वो पीछे छोड़ जाता है तो सिर्फ़ अपनी पुरानी साइकल। क्या लाली और उसकी साइकल एकसाथ पुल पार कर एक बेहतर ज़िंदगी की ओर बढ़ पाएँगे?