After Ramprasad's untimely demise, his family comes together under one roof for a period of thirteen days. During this time, their insecurities and problems come to the forefront.
रामप्रसाद के असामयिक निधन के बाद, उनका परिवार एक छत के नीचे तेरह दिनों की अवधि के लिए एक साथ आता है। इस दौरान उनकी असुरक्षा और समस्याएं सामने आती हैं।